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Mohan Jaipuri Aug 2024
Raining sings
Raining sounds
Raining pounds
Raining is the time
romance surrounds
everything in nature
That makes it the
suitable creator
Mohan Jaipuri Aug 2024
इडली- सांभर ,‌दही कुल्हड़
पनीर और पुदीना चटनी
फूलों में दिखता तेरा चेहरा
शुभकामनाएं लगती हैं
अब बस जीवन‌संगिनी।।
Mohan Jaipuri Aug 2024
Be Bold and Italic
Cast yourself
as a symbol of
Silver metallic
Mohan Jaipuri Aug 2024
A poet can see
a poem in politics
and a politician
can see a politics
even in a poem
Mohan Jaipuri Aug 2024
आज राखी है
बहन - भाई के अटूट
स्नेह की साक्षी है।

भाई रक्षा सूत्र बंधवाकर
बहन को रक्षा का संकल्प देता है
यह रस्म पीढ़ियों से
चलती आ रही है ।

घर से बाहर निकाल कर
शायद भाई यह संकल्प भूल जाते हैं
तभी कार्यालय हो, सफर हो ,
या हो अस्पताल बहनें लूटी जाती हैं ।

उसने भी बांधी होगी
किसी को राखी, दिया होगा संकल्प
फिर भी खत्म कर दिया गया
उसके जीने का हर विकल्प ।

कोलकाता, मेरठ या हो जोधपुर
हर जगह राखी तोड़ी गई
एक बहन की गर्दन
नृशंस रूप से मरोड़ी गई ।

आज हर एक राखी
रो कर कह रही होगी
बंद करो यह उपहास
नहीं होता रक्षा संकल्प पर विश्वास ।

राखी में भी आज स्वार्थ की बू आती है
सरकारें मुफ्त यात्राएं करवा कर
बहनों के वोट लेती हैं
जब बारी आती इंसाफ की
वही सरकारें एक दूसरे को दोष देती हैं
पर इंसाफ करने से कतराती हैं ।

क्यों राखी के धागों को
अब बदनाम करते हो
मन के धागों को
क्यों नहीं मजबूत करते हो?
Mohan Jaipuri Aug 2024
शब्द गुलजार भी इतना
कभी गुलजार ना होता
यदि यह गुलजार साहब
का नाम ना होता।
लोग झूठ कहते हैं दुनियां में
कुछ भी स्थायी नहीं होता
पर लेखन को काल भी
कभी मिटा ना पाता।
नब्बे तो नौ का पहाड़ा
दहाई पर आकर टिकता
आपके अल्फ़ाज़ों में
सदियों का रंगमंच बसता।।
Mohan Jaipuri Aug 2024
छ: मेडल और एक विनेश
यादें पेरिस की यही शेष
सुविधाएं, जागरूकता और
लवाजमा तो अवश्य बढ़े
कर नहीं पाये कुछ विशेष।।
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