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Mohan Jaipuri Oct 2022
यह दीवाली आई निराली
हुई दो घटनाएं ना भूलने वाली
एक में बल्लेबाजी ऐसी चली
पड़ोसियों की उड़ा दी खिल्ली
तब दीवाली  'विराट' हो चली।
दूजी में गोरों के देश में
ऋषि सुनक को कमान मिली
अंग्रेजों के दास रहे कभी
आज उनके सरताज हुए
भारतीयता के समय दर्शन
के आज वो मोहताज हुए
वक्त का तकाजा है
गोरों के तख्त एक
भारतीवंश विराजा है।।
Mohan Jaipuri Oct 2022
आज एक दीप ऐसा जले
मेरे दिल की लौ बनकर
उसके‌ दिल को‌ रोशन करे
स्याह रातों के पहरे में
जलती बाती देखकर
मुझको वह‌ महसूस करे ।।
Mohan Jaipuri Oct 2022
आज  पंद्रह अक्टूबर
राजस्थान के काश्तकारों का दिन है
आज के दिन ही काश्तकारी
अधिनियम लागू हुआ था
काश्तकारी अधिनियम से ही
खातेदारी अधिकार मिले हैं
कुंभाराम आर्य जैसे किसान मसीहा
इस धरती‌ पर किसान हित में लड़े हैं
तब जाकर आज कहीं काश्तकर
गर्व से खातेदार कहलाते हैं
वरना जमीं जमींदार की
इस साल तूने जोती
अगले साल‌ किसी‌ और की।।
Mohan Jaipuri Oct 2022
दोनों गौ वंश
गायें खेत में हरा चरे
बछड़े सड़क पर दिख जायें
तो भी पीठ लाठी परै
विधि का विधान‌ ये देख
मेरे नयन नित अश्रु ढरै।।
Mohan Jaipuri Oct 2022
फिल्म , टीवी और
विज्ञापन की दुनियां
अजूबा ‌है हर रोल
शब्द बने अनमोल
जो बच्चन दे बोल
जिसकी ‌दीवानी
चार-चार पीढ़ियां
अस्सी में भी देख उसे
बजे हर ओर सीटियां
देख कर लगन उसकी
शर्मा जाए मधु-मक्खियां
अभी तो आये आठ दशक
दुआ है आप बनायें 
शतक पर सुर्खियां।।
Birthday wishes to amitabh bacchan on his 80th birthday on 11.10.2022
Mohan Jaipuri Oct 2022
तेरी  मुस्कुराहटों पर
जाने कितने लोग फिदा होंगे
घुंघराले इन बालों में कितनों के
ख्वाब‌ उलझे होंगे
मैं तो एक शायर हूं
मन की बात लिख देता हूं
जो लिख नहीं पाते उनके दिल
ना जाने कितने भारी होंगे।।
Mohan Jaipuri Sep 2022
ये फूलों की कलियां घूंघट खोलें ‌या‌ ना‌ खोलें
तेरा एक संदेश मेरे दिल के सारे पट खोले
जरूरी नहीं कि हम साथ-साथ हों
ये हवाएं और घटायें मेरी रूह बनकर तुम्हें छू लें।।
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