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पहलगाम हादसे से सहमा‌ है देश
कहीं सहानुभूति तो कहीं है रोष
निकलकर बाहर ढूंढा थोड़ा सूकून
अपनी चोपाटी भी थी भीड़ से महरूम।
Mohan Jaipuri Apr 21
आर आर रॉयल भ्रम भये
एल एस जी लूटा मैच
जीता क्रेज क्रिकेट का
यही था कल का सच।
अच्छी थी व्यवस्था
अच्छा शाम माहौल
एक तरफ चीयर लीडर्स
एक तरफ हल्ला बोल।
दो-चार फोटो, दो-चार सेल्फी
खरीदो भूगड़ा भी तो लगे जेब हल्की
ज्यों -ज्यों घूमे कैमरा
भीड़ संभाले अपना रोल
दाल-बाटी, चूरमा हवा उचारे बोल।
एस एम एस स्टेडियम
दमके ज्यों दुल्हन नूर
मोबाइल की टॉर्च  "ओन"कर-कर
के लगा भीड़ देख रही कोई हूर।।


Saw the RR Vs LSG match at SMS Stadium Jaipur by going at stadium and expressed the feelings as about the ambience.
Mohan Jaipuri Apr 10
She used to adorn me
liike beautiful poems
from Headgear to Footwear
a journey which led us
from scycle to motor
She left the world much younger
but her memories are with me
as warm as a beautiful sweater
भेजने वाली शमा
पाने वाला परवाना
आज नींद नहीं आयेगी
जागी आंखों सपने आना।

परवाना गुलाब लाया
शमा को अर्पण किया
लौ कुछ ऐसे सजल हुई
मानो ग़ज़ल ने दिल छुआ।

अनजाना सा यह रिश्ता
फिर भी तू लगे फरिश्ता
आकाश मार्ग से कभी तो आ
महक जाये मेरा गुलिस्तां।

फकत निर्मूल आशा से
कब तक देखूं तेरी बाट
दिन कटे दुनिया की माया
तेरे सपनों, मैं सो नहीं पात।।
यह कुछ ऐसा ही ‌है
जैसे पतझड़ में अनायास
पत्तों की बरसात
बरसात में भीगकर
आती गर्माहट की बात।।
- मेरी पुस्तक " ठाटलिया : कविताओं का पिटारा " से उद्धृत

ठीक उसी प्रकार मनोज कुमार का नाम
और भारत की तस्वीर साथ-साथ जुड़े रहेंगे।
     विनम्र श्रद्धांजलि 🙏🙏
Sometimes camera becomes
Too small to catch up all.

# Retirement function Er SV Singh
Mohan Jaipuri Mar 21
फिलीस्तीनी और यूक्रेनी
पिस रहे हैं युद्ध की चक्की
रूसी और इजराइली भी
होंगे दु:खी यह बात है पक्की
मानवता को रख सर्वोपरि
कूटनीति से बने कोई काम
कूटनीति है समझ निराली
यह नहीं है व्यवहार मवाली
शान्ति में छिपी खुशहाली
शान्ति है जीवन की लाली
कविता में लिख भेजी है
मैंने अपने मन की बात
ज्यादा लिखी व्यथा कहलाए
इतना ही कविता दिवस पर
लिखना एक कवि के हाथ।।
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