अब सब कुछ धुंदला सा दिखता हैं मुझे , क्या ये मेरी आँखों पर पर्दा हैं , या उम्र का तकाज़ा हैं। तेरा चेहरा फिर भी साफ़ दिखता हैं मुझे , ये मेरे मन का वहम हैं, या तेरी यादों का साया हैं। कैसे कटता हैं मेरा दिन , ये सिर्फ मैं ही जानता हूँ , या खुदा ये कैसा हाल बनाया है।
Everything appears blurry, whether due to aging or destiny, Yet your face remains vivid, lingering in my heart like an unshaken memory.