Hello* Poetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2025 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Mohan Sardarshahari
Poems
Sep 2024
शिक्षक की छाप
हर अक्षर शिक्षक की छाप
पहले शिक्षक से हुआ ज्ञात
अक्षर हैं दुनिया का ज्ञान
किताबों से हुआ ज्ञात।
व्यवहार और गरिमा
परिवार की है सौगात
बाहर निकले तब देखा
दोस्त बदल देते बात।
राजनीति को देखा
यह अलग पढ़ाई है
मौसमी मुर्गों का खेल
जीते वही कन्हाई है।
घर में समझें
जो बीवी की बात
कलह वहां नहीं कभी आत
उस घर का दाल भात
हर रेसिपी को देता मात।।
Written by
Mohan Sardarshahari
56/M/India
(56/M/India)
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
44
Benzene
Please
log in
to view and add comments on poems