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Jan 2
जनवरी में जाड़ा‌‌ पड़े
पानी पत्थर हो जाये
कंबल ओढ़ काम करें
दिन इकतीस गुजर जायें
बाजरे की रोटी गुड़ - घी में
चूरकर बैठ रसोई खायें
चमड़ी पर चमक आ जाये
सालभर की मजबूती पायें।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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     Jayantee Khare and Aneesah Lionheart
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