कौन कहता है, भगवान आते नहीं ? हम मीरा के भाँति बुलाते नहीं। कौन कहता है,सचा प्रेम होता नहीं ? हम श्री कृष्ण की भाँति चाहते नहीं। कौन कहता है, ममता पूजा नहीं ? हम श्री राम की भाँति पूजते नहीं। कौन कहता है, माता- पिता भगवान नहीं ? हम श्रवण कुमार की भाँति कस्ट करते नहीं। कौन कहता है, पिता परमेश्वर नहीं ? हम लव- कूश की भाँति उनके चरणो मे सोते नहीं। कौन कहता है, सच्चे मित्र बनते नहीं ? हम कान्हा के भाँति निभाते नहीं। कौन कहता है, भाभी माँ नहीं ? हम लक्ष्मन की भाँति मानते नहीं। कौन कहता है, बेटी अभिमान नहीं ? हम सीता की भाँति त्याग करते नहीं। कौन कहता है, संसार में सुख नहीं ? हम सुदामा की भाँति जिते नहीं।। ~Tannu.