Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Mar 2020
दिल के जज्बात बताने के लिए
आंखें काफी हैं
सामाजिक व्यक्तित्व दर्शाने के लिए
' नमस्कार' काफी है
विचार अभिव्यक्ति के लिए
लेखनी मन मुवाफिक है
हाथ से रगड़ कर हाथ दिन में कई बार धोना
‌‌ ‌‌ है समय के लिए प्रभावी कारगुजारी
रूबरू बात करनी हो तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
‌ सहज सुलभ उपलब्ध है
दिखाना हो यदि सच्चा प्यार
घर में लाएं मास्क और सैनिटाइजर
रहना है सुरक्षित तो बनाएं भीड़ से दूरी
है यही समझदारी और कल्याणकारी
Mohan Jaipuri
Written by
Mohan Jaipuri  60/M/India
(60/M/India)   
30
   Mark Wanless
Please log in to view and add comments on poems