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Aug 2019

ग़लतफ़हमी
और
अहंकार
के ज़हर की
सिर्फ़ एक
छोटी सी
बूँद..

बरसों के
आपसी
प्यार
और विश्वास
रूपी जल से
सींच कर
उगायी हुई...

स्नेह समाहित
अमृत-तुल्य
रिश्तों की
नाज़ुक बेल को
पल भर में
सुखा
सकती है....
*
(c) deovrat-03.08.2019
Deovrat Sharma
Written by
Deovrat Sharma  58/M/Noida, INDIA
(58/M/Noida, INDIA)   
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     Jayantee Khare, Cm, Àŧùl and Deovrat Sharma
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