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Apr 2019
जिंदगी
हर एक के लिए
एक अलग पेपर है
जो उसे ही हल करना है
इसमें ना वंश
ना देश ना काल
का कोई बस चलता है
जो मिलता है
वही पढ़ना होता है
रंगभूमि भी
अपने आप तय है
रोल निभाना हाथ में है
हम सिगरेट का पात्र निभाते हैं
जलना जिसकी तकदीर है
सफलता पर धुआं उड़ता है
वरना एक चैन स्मोकर
बंद कमरे में ही खत्म कर देता है।
Mohan Jaipuri
Written by
Mohan Jaipuri  60/M/India
(60/M/India)   
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     Raj Bhandari and Jeanette
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