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Feb 2019
ना हवा बदली
ना खुशबु
ना फिजा बदली
ना रूह
ना ख्वाहिशें बदली
ना शरारतें
ना बातें बदली
ना फुसफुाहटें
ना ठंड बदली
ना आसमा
ना जज्बात बदले
ना यादें।

पर कहीं कुछ तो जरूर बदलता है इस तारीख़ में
जब नया साल आता है
नई उममीदों का सैलाब उफनता है
जब नया साल आता है

नए रंग
नए लिबास
नए वादे
नए इरादे
उमड़ पड़ते हैं
जब नया साल आता है,

हर जगह नई सी मालूम पड़ती है
जब नया साल आता है

नए साल की नई सुबह को
नया नया सा
मेरा सलाम।

Sparkle In Wisdom
Jan 2019
#new year
Sparkle in Wisdom
Written by
Sparkle in Wisdom  43/F/West Africa
(43/F/West Africa)   
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