मज़बूत इरादों का जज्बा पैदा कर, ऊंचाइयों को हासिल करने का हौसला पैदा कर, अड़चन भारी डगर पार कर जाएगा तू, तू बस बुलंदियों को छूने का खुमार पैदा कर।
हर चोटी की शिखर पर तेरा नाम होगा, खुद पे बस तू इतना भरोसा पैदा कर, जुनून ख्वाहिशों का अपने अंदर भर ले, सपने बुन के जीतने का दम पैदा कर।
सफलता देहलीज़ पे खड़ी दस्तक दे रही है दरवाजा, बस उसे अंदर आने की इजाज़त देने का इरादा पैदा कर, शिखर पे राज करने का दीवानापन पैदा कर, तेरे नाम का परचम वहीं फेरेगा तू बस ऐसा नाम पैदा कर।
रास्ते के कटों को नजरंदाज तू कर, हर मुश्किल मोड़ पर हौसला बुलंद कर, हर गलत सोच को जंजीरों में कैद कर, तू मुकाम हासिल करने का रास्ता तैयार कर।
तेरी नाकामयाबी की खुशियां मनाएंगे कुछ लोग, तू उन लोगों को नजरंदाज करने का हुनर पैदा कर, तेरी ताजपोशी लिख रखी है खुदा ने, बस तू शहनशाह बनने का गुरूर पैदा कर।