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Sep 2018
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अंदाज़-ए-इश्क
सबका है ज़ुदा ज़ुदा
यह जान लो।
गुफ़्तगू नज़रों से
या कि आश़नाई दिल से हो।।

पेंच नज़रों के चलें
या तो फ़कत
दिल से दिल की बात हो।
लाज़िम ये है मगर
कि तिस्नग़ी हर दिल में हो।।

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©deovrat 04.09.2018
तिस्नग़ी=desire, thirst
आश़नाई=affair, love
Deovrat Sharma
Written by
Deovrat Sharma  58/M/Noida, INDIA
(58/M/Noida, INDIA)   
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