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Apr 2018
मेरी अल्फाज़ो में ज़िक्र सिर्फ आपका है,
इस नादां दिल को फिक्र सिर्फ आपका है,

जब भी कुछ गुनगुनाता हूँ अपने इन होठों से,
इन होठों पर मोहब्बत-ए-संगीत सिर्फ आपका है,

जब भी बंद हो जाती मेरी आँखें गहरी नींद से,
उन ख्यालों में पल पल इंतेज़ार सिर्फ आपका है

जब भी किसी के आने का एहसास होता इस दिल को,
वो तड़पती एहसास सिर्फ आपका है,

इस सीने में जो भी छुपाये है प्यार हमने,
उस प्यार पर नाम सिर्फ आपका है...

I miss you My sweet khadoosi ji...
Shrivastva MK
Written by
Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
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