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Apr 2018
प्यार चुन चुन के करती हूँ
कभी तुम्हारे आँखों से
जिसमें मिट्टी बहती है
कभी तुम्हारी बातों से
जो ख़ुद में मशरूफ़ रहती हैं
कभी तुम्हारे हाथों से
जो ज़ुल्फ़ों को सहलाते हैं
कभी तुम्हारे होठों से
जो ग़ुस्सा पिघलाते हैं
और कभी तुम्हारी धड़कन से
जो वक़्त को रोक लेती है
Gargi
Written by
Gargi  India
(India)   
  359
   Aslam M and Surbhi Dadhich
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