HePo
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2024 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Tinku
Poems
Apr 2018
ख्वाहिश
ख्वाहिश नहीं मुझे बहुत मशहूर होने की
आप पेहचानते हो बस इतना ही काफी है ।
अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे
क्यों की जिसकी जितनी जरूरत थी
उसने उतना ही पहचाना मुझे..।
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीका
चुपचाप से बहना व अपनी मौज मे रेहना !
Written by
Tinku
29/M/Gurugram
(29/M/Gurugram)
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
334
Jayantee Khare
,
Àŧùl
and
Shruti Dadhich
Please
log in
to view and add comments on poems