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Mar 2018
नाजाने उसका दिल
जो की दुनिया से कुछ न बोलता
मन ही मन दर्द में चुभता है
फिर भी कुछ न बोलता
अपने आप में ही खोया
एक अंजान रास्ते में रुका
और दर्द भरे  बादल में घुलता
मेघा का आने का इंतज़ार करता
अंजान है उसका दिल
नादानियों को जो सच समझा!!!
Ravindra Kumar Nayak
Written by
Ravindra Kumar Nayak  30/M/India
(30/M/India)   
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