जन्नत देखा है मैंने इस जहां पर,
हर जगह तूने कदम रखा वहां पर।
क़ैद किया है तूने इस आशिक़ को हयात भर के लिए,
अपना लिया है मैंने इस पिंजड़े को वक्त के ज़रिये।
तेरी वजूद ही मेरी दुआएं की गुज़ारिश है,
तू ही इस बंजारे की प्यास को बुझाने वाली बारिश है।
इस दुनिया में अल्फ़ाज़ ही नहीं जिनसे तुम्हें करूं बयां,
इसलिए तुम्हें नज़्मों में कर रहा हूं सयान।
I have seen paradise here in this world,
Everywhere you have stepped, graced with divinity.
You have captured this lover for a lifetime,
I have embraced this cage through the passage of time.
Your very existence is the plea of my prayers,
You are the rain that quenches this wanderer’s thirst.
There are no words in this world to describe you,
And so, I am preserving you in my verses.