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Oyashumi
Belgium    Trying to express myself in a kinda anonymous way
25/M/Jalandhar    My name is Yashu Jaan ( Writer & Paranormal Expert ) i write Poems , Songs , Ghazals and Articles in Hindi , Punjabi , …

Poems

Yashu Jaan May 2019
सरकारों के झोल

मेरा सिर झुक गया शर्म से ,
देखकर भूख से तड़पता इंसान को ,
ज़ुबान बाहर आ गई मेरे हलक से ,
ग़रीबी के हालात में देख निकलती जान को

सरकार कहती है खज़ाना ख़ाली है ,
ये कहना जनता के मुँह पे गाली है ,
मैंने तो हर चीज़ पे कर चुकाया है ,
साबुन , तेल या मेरी कमाई माया है ,
फिर भी खज़ाना इनका ख़ाली पाया है ,
कैसी समस्या घेरे है हिंदुस्तान को ,
मेरा सिर झुक गया शर्म से

सरकारी तनख़्वाह समय पर आती ,
मज़दूर की मज़दूरी घटती ही जाती ,
क्या बताऊं मिट्टी में मिल गई जवानी ,
सरकारें कर रही हैं अपनी मनमानी ,
जनता को मूर्ख समझे जनता है ज्ञानी ,
भूल गए आज़ादी के उस वरदान को ,
मेरा सिर झुक गया शर्म से

फ़िल्मी सितारे करोड़ों में कमाते भाई ,
हवाई जहाज़ों में घूमें इतनी है कमाई ,
वो बच्चा भला किसे सुनाए अपना दुखड़ा ,
चुराता पकड़ा जाये जो रोटी का टुकड़ा ,
देखने वाला होता है उसका मासूम मुखड़ा ,
कोई तो हल बता मौला यशु जान को ,
मेरा सिर झुक गया शर्म से

यशु जान ( प्रसिद्द लेखक और असाधारण विशेषज्ञ )
संपर्क : - 9115921994

यशु जान (9 फरवरी 1994-) एक पंजाबी कवि और अंतर्राष्ट्रीय लेखक हैं। वे जालंधर शहर से हैं। उनका पैतृक गाँव चक साहबू अप्प्रा शहर के पास है। उनके पिता जी का नाम रणजीत राम और माता जसविंदर कौर हैं । उन्हें बचपन से ही कला से प्यार है। उनका शौक गीत, कविता और ग़ज़ल गाना है। वे विभिन्न विषयों पर खोज करना पसंद करते हैं। उनकी कविताएं और रचनाएं बहुत रोचक और अलग होती हैं | उनकी अधिकतर रचनाएं पंजाबी और हिंदी में हैं और पंजाबी और हिंदी की अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइट पे हैं |उनकी एक पुस्तक 'उत्तम ग़ज़लें और कविताएं' के नाम से प्रकाशित हो चुकी है | आप जे . आर . डी . एम् . नामक कंपनी में बतौर स्टेट हैड काम कर रहे है और एक असाधारण विशेषज्ञ हैं |उनको अलग बनाता है उनका अजीब शौंक जो है भूत-प्रेत से संबंदित खोजें करना,लोगों को भूत-प्रेतों से बचाना,अदृश्य शक्तियों को खोजना और भी बहुत कुछ | उन्होंने ऐसी ज्ञान साखियों को कविता में पिरोया है जिनके बारे में कभी किसी लेखक ने नहीं सोचा,सूफ़ी फ़क़ीर बाबा शेख़ फ़रीद ( गंजशकर ), राजा जनक,इन महात्माओं के ऊपर उन्होंने कविताएं लिखी हैं |
यशु जान ( प्रसिद्द लेखक और असाधारण विशेषज्ञ )
संपर्क : - 9115921994
Geetika Jun 2020
Congratulations sister ,
Congratulations for new phase of life .
I know you will rock the wedding ,
With kajal in your eyes and a blissful smile.

I know you will look
Mesmerizing ,with  chudis in your hand.
And I know you will hook ,
To the thoughts in your head .

Jiji will be blessing you ,
From wherever she is .
She'll be proud of you,
And sending you loads of hugs and kisses .

I'm so happy for you ,
As you are gonna enter into new family and a new house .
            But never forget that you,
Are part of our family and daughter of our house.

Yashu will miss your strictness,
And Madhav will miss your smile.
And you know that ,
No one knows you better than jiji and I.

Always saty happy and start this, beautiful phase of life with the chosen one.
With some tears of happiness and,
And the cutest smile 😊.
Yesterday my cousin sister got married and I am so so much happy for her so I wrote this one for her
Her mother means my bui Ji or jiji is not with us so I feel she will feel better if I telly her some deep feelings of mine and I think k nothing is deep than poems and expressions 😊
Yashu Jaan Jun 2019
ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਮੈਂ ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ

ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਮੈਂ ਕੁਝ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ,
ਡਰਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ,
ਅੱਗ ਕਿਸੇ ਦੇ ਜਿਸਮ ਨੂੰ ਲਾਕੇ,
ਸੜਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ,
ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਮੈਂ ਕੁਝ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ |

ਮੈਂ ਕਿਸੇ ਤੋਂ ਲੈ ਨਹੀਂ ਖਾਧਾ,
ਪੈਸਾ ਹੋਵੇ ਜਾਂ ਪ੍ਰਸ਼ਾਦਾ,
ਧੀ - ਭੈਣ ਦੀ ਇੱਜ਼ਤ ਕੀਤੀ,
ਇੱਜ਼ਤ ਮੇਰੀ ਦੇ ਵਿੱਚ ਵਾਧਾ,
ਇਲਜ਼ਾਮ ਆਪਣਾ ਕਿਸੇ ਦੇ ਸਿਰ ਤੇ,
ਮੜ੍ਹਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ,
ਮੈਂ ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਕੁਝ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ,
ਡਰਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ |

ਨਾ ਮੈਂ ਮਰਨਾ ਲੈਕੇ ਫਾਹੇ,
ਨਾ ਸੜਕ ਨਾ ਵਿੱਚ ਚੌਰਾਹੇ,
ਟੂਣਾ ਵੀ ਮੈਂ ਕਦੇ ਨਾ ਕੀਤਾ,
ਦੁਨੀਆਂ ਜਿਸਦੇ ਲੈਂਦੀ ਲਾਹੇ,
ਕਿਉਂ ਅੱਗੇ ਮੌਤ ਦੇ ਹੱਥ ਜੋੜਕੇ,
ਖੜ੍ਹਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ,
ਮੈਂ ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ,
ਡਰਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ |

ਮੈਂ ਆਪਣਾ ਸੰਵਿਧਾਨ ਬਚਾਵਾਂ,
ਕੌਡੀ ਨਾ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਖਾਵਾਂ,
ਗੱਦਾਰੀ ਤੋਂ ਚੰਗਾ ਹੋਊ,
ਲੈ ਲਾਂ ਮੌਤ ਦੇ ਸੰਗ ਮੈਂ ਲਾਵਾਂ,
ਫੁੱਟ ਦੇ ਕਰਕੇ ਆਪਣਿਆਂ ਨਾਲ,
ਯਸ਼ੂ ਲੜਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ,
ਮੈਂ ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ,
ਡਰਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ,
ਅੱਗ ਕਿਸੇ ਦੇ ਜਿਸਮ ਨੂੰ ਲਾਕੇ,
ਸੜਨਾ ਪੈ ਜਾਏ ਮੈਂਨੂੰ,
ਮੈਂ ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ |
ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਮੈਂ ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਯਸ਼ੂ ਜਾਨ