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May 3
तेरी वफ़ाओं की तलाश में जो रोज मरता था
आज अफसोस है की मैं तुझपे इतना क्यूँ मरता था
हाँ दुनिया थी तुम मेरी और आज भी हो
उसी बात को तो सोच के मैं रोज मरता हूं
तेरे आने के इंतज़ार कल भी था और आज भी हो
हर पल अब उस प्यार की मैं खोज करता हूं
Emptiness negativity
Aaron
Written by
Aaron  14/M
(14/M)   
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