Hello? Poetry!
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2025 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Påłpëbŕå
Poems
2d
HINDI PART I
याद कर वो दिन जब मेरे दीदार के लिए तेरी आंखें तरसती थीं,
मेरी बेपरवाही पर तेरी वही आंखें आंसुओं से बरसती थीं,
न जाने आज फिर वही दस्तूर है,
मिल गई हूं तुझे तो फिर वही आलम है,
उस आग में मैं अकेली ही हूं, जिसमें कभी तेरी मोहब्बत झुलसती थी।
Written by
Påłpëbŕå
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
119
Please
log in
to view and add comments on poems