सुबह अदरक वाली चाय नाश्ते में बटर - टोस्ट घूमने को मिले बगीचा वही साल है सच्चा । दोपहर में लस्सी मिले रात को एक गिलास दूध समाचारों में खेल आगे वही साल सिरमौर। सोशल मिडिया की सिरफुटव्वल का जीवन में ना हो अमल कोई तो साथी ऐसा हो बेझिझक दे दें गुलाब वही साल बिना मलाल। कविताओं वाले ठीक हैं वाह ! वाह! लिख देते हैं सिलसिला यह जारी रहे तब हर साल है कमाल।।