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Dec 2024
दोस्तों से मुश्किल है हकीकत छुपाना
जैसे हवा से अलग रवानी को रखना।

जिंदगी के अनुभव बेशक अलग-अलग होंगे
मुश्किल नहीं मगर एक दूजे की कहानी समझना।

इशारों में समझाना बहुत कर लिया
चलो दोस्तों से करते हैं वही व्यवहार बचकाना।

यदि कभी कुछ सुनाना पड़े दोस्तों को
बस याद उनकी एक-एक शैतानी दिलाना।

मिलकर यदि किसी दोस्त से छलक जाए आंसू
शाम को उड़ा देना उनको तेरे नाम के पैमाना।

देखी होंगी दशकों में कई नायाब इमारतें तूने
होना हो रूबरू जवानी से, बार-२ तेरे कॉलेज जरूर जाना।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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