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Oct 24
अब बता ही देते हैं दास्तां
आज नहीं तो फिर कौन सुनेगा
बंद हो गई हवेली तो रहने कौन आयेगा
आ भी गया तो बातें भूतों की बनायेगा ।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
47
 
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