Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Aug 2024
मरूस्थल के‌ देव
सादा प्रसाद लेय
गोगाजी को‌ खीर- चूरमा
जसवंत ओगरो लेय।
सच्ची श्रृद्धा से ग्रहण करो
तन कष्ट मिट जाय
जमीन पर बैठ कर खाये
आधा‌ वहीं पच जाय।
जितना‌ सादा भोजन
उतने सादे विचार
यह बात लिखावट की नहीं
यह सदियों का निचोड़।
कृष्ण ने माखन चोरा
राम भीलन‌ बेर खाय
मिट्टी के बर्तन की महिमा
पुरानी सभ्यताएं रही बताय ।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
37
 
Please log in to view and add comments on poems