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Shivanand Pandey
Poems
Aug 26
बहन
बहन
घर में रहती है रौनक बहनों से,
हर त्योहार शुरू होता है बहनों से,
तो मेरे भाई मत समझो बोझ उन्हें,
क्योंकि घर की शान बढ़ती है बहनों से।
जमीन की शान हो तुम,
आसमानों की जरूरत हो,
और हमें ये रोज कहना चाहिए,
कि मेरी बहना तुम अद्भुत हो।
बहन की सुरक्षा, बंधन अटूट
हर पल का ध्यान, स्नेह का अनमोल सूत्र
सावधानी की ढाल बन हर खतरे से बचाना,
भाई को जिम्मेदारी उसकी हर खुशी को सजाना।
बहन की हिफाजत हो उम्र भर,
उसके सपनों को मिल जाए पर,
सम्मान और सुरक्षा करो उनकी हर घड़ी,
क्योंकि बहन ही है जीवन की सबसे प्यारी कड़ी।
राखी का धागा है प्यार का बंधन
भाई-बहन के अमित, स्नेह का संगम,
दुआओं में छिपी है सुरक्षा की आस,
हर साल ये पर्व लाए खुशियों का एहसास।
--SHIVANAND PANDEY
#poem
Written by
Shivanand Pandey
14/M/India
(14/M/India)
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