Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Jun 8
कल मेरी नौकरी मुझ पर मुस्काई है
MACP के जरिए एस. ई. वाली
ग्रेड पे (L-19) ले आई है।
ओवरसियर के लिए भर्ती हुआ
अधिशाषी अभियंता बन गया
एस.ई.वाला वित्त लाभ भी
अप्रैल -23 से मिल गया
मां-बाप , सास-ससुर रहे नहीं
अब बताने को तरस गया ।
अजीब विडंबना है जब सुनने वाले हों
तो बताने को कुछ नहीं
बताने को हो तो समझने वाले नहीं।
शायद इसलिए ही कहा जाता‌ है
जिंदगी खट्टी- मिठी है
आज खबर यह मिठी‌ होकर भी
मेरे लिए दांतो के चिपकने जितनी खट्टी है ।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
  167
 
Please log in to view and add comments on poems