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Mohan Sardarshahari
Poems
Mar 2024
बारहसिंगा के सींग
आ गया फाल्गुन
लेकर मस्ती के दिन
पेड़ों पर कौंपल देख
मुस्काये मेरा मन।
मधु के प्याले छलकें आंखों
देख गौरियों का तन
गींदड़ , डांडिया खेलकर
पाऊं उनका संग।
मेरा रोमांस फैल रहा
ज्यों बारहसिंगा के सींग
कचनार सी गोरियां
सोच-समझ बढाइयो प्यार की पींग।।
Written by
Mohan Sardarshahari
56/M/India
(56/M/India)
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