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Feb 2024
आ गई फरवरी
लाई बसन्त की आहट
मावठ ने भर दी
वनस्पति में खिलखिलाहट
प्रकृति यों शुरू कर रही
मौसम में भरनी गर्माहट
दिलों में जागने लगी
अब प्यार की चाहत
कवियों की कलम भी करने
लगी प्यार की फुसफुसाहट ।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
72
 
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