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Jun 2023
ओ विधाता,

हे भगवान, या  अल्लाह, ओ खुदा, पूरे जग के, इस  श्रृष्टि के मालिक, जो भी हो तेरा नाम

बिनती है, याचना है तुझसे दाता, बस करना तू इंसानियत के नाते, हमारा यह छोटा सा काम;

हाये रे किस्मत,किसे सुनाएं, कहां जाके सुनाए, हम इस टूटे हुए दिल के दुखड़े;

मंत्रीयो ने, तंत्रीओ ने, मौलवी, पंडितों ने, कर दिए है इंसानियत के छोटे छोटे टुकड़े ।

जल जाता है दिल, उदास हो जाती है आत्मा, जब देखती हूं, आम लोगोके रोते हुए मुखड़े ।

Armin Dutia Motashaw
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