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Feb 2023
शिव सादगी
शिव सहनशीलता
जटाएं इशारा हैं
जीवन की उलझनों का
नन्दी  प्रतीक‌ है
जीवन‌ उपयोगिता का
मृगछाला प्रतीक
दमन तृष्णाओं का
गले का नाग कहे
जहर गले तक ही रहे
सिर की गंगा कहे
ठंडा मस्तिष्क रहे
निर्वस्त्र शरीर कहे
बिन दिखावे का
अपना जीवन हो
हर एक मनुष्य का
शिव संकल्प हो
फिर जीवन में
ना कभी कठिनाई
का बोध हो।।

ऊं नमः शिवाय
Mohan Jaipuri
Written by
Mohan Jaipuri  60/M/India
(60/M/India)   
110
 
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