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Jan 2023
जनवरी में ठंड गुलाबी
मैं ऊनी वस्त्र पहनूं
तिल तड़कूं, तेल उबटाऊं
बन सूवटा सा रहूं
मेरे मन की मैना बोले
पानी देख घबराऊं
सूरज की सुस्ती देख
मैं आलस गले‌ लगाऊं ।।
Mohan Sardarshahari
Written by
Mohan Sardarshahari  56/M/India
(56/M/India)   
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   SUDHANSHU KUMAR
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