तुम एक किताब हो जिसके पृष्ठ हैं बेसुमार पढ़ते-पढ़ते मैं हुआ अब चंचल से लगनवार ना गीता ना बाइबल तू फिर भी दोहराने के काबिल तू दोहरा - दोहरा के मैं हुआ पागल कर तेरे एक श्लोक में शामिल तू दुनिया रूपी युद्ध भूमि में तू ही एक ढाल है तेरे भावों से भरा हुआ मेरा यह कपाल है क्रिसमस की तरह प्रेम की तू अद्भुत मिसाल है तेरी लगन में डूबा रहना लगता है जश्न का माहौल है।।