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Nov 2022
हवा में चाहे कितना भी प्रदूषण हो,
अब सांस लेना थोड़े छोड़ेंगे।
लोग चाहे हमारी जिन्दगी हर्राम कर राका हो,
हम जीना थोड़े छोड़ेंगे
Bvaishnavi
Written by
Bvaishnavi  20/F/India
(20/F/India)   
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