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Oct 2022
यह दीवाली आई निराली
हुई दो घटनाएं ना भूलने वाली
एक में बल्लेबाजी ऐसी चली
पड़ोसियों की उड़ा दी खिल्ली
तब दीवाली  'विराट' हो चली।
दूजी में गोरों के देश में
ऋषि सुनक को कमान मिली
अंग्रेजों के दास रहे कभी
आज उनके सरताज हुए
भारतीयता के समय दर्शन
के आज वो मोहताज हुए
वक्त का तकाजा है
गोरों के तख्त एक
भारतीवंश विराजा है।।
Mohan Jaipuri
Written by
Mohan Jaipuri  60/M/India
(60/M/India)   
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