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Mohan Sardarshahari
Poems
Oct 2022
कार्तिक की पहचान
काचर - फली की सब्जी
बाजरे की रोटी
कार्तिक मास की पहचान
इससे ही होती
थोड़ा सा घी सब्जी में
बाकी बाजरे की रोटी
में दीजिए पीलाय
मार पालथी बैठ ज़मीं
बड़ी रूची से खाय
ना गर्मी का खौफ
ना सर्दी हाड़ कंपाय
रेगिस्तान की धरती पर
बस ऋतु यही सुहाय।।
Written by
Mohan Sardarshahari
56/M/India
(56/M/India)
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