Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Sep 2022
सतर साल‌ रही महारानी
ताज सुशोभित ब्रितानी
महारानी ‌की छवि प्रसिद्ध
ब्राइट-ब्राइट हैट्स वाली
और मनोरम आभा वाली
भारत आकर दी श्रद्धांजलि
मरे जो जलियांवाला नर संहार
हम  नत मस्तक हैं आपके
भूल जो आपने ली सुधार
ब्रिटेन की जब बात आये
खटके मन में टीस गुलामी की
संस्कार हमारे कहते ‌हैं
शायद वो हमारी‌ नियती थी
सलामी और‌ सच्ची श्रद्धांजलि
एलिजाबेथ द्वितीय महारानी को
जिसकी सल्तनत का रिकॉर्ड
कभी टूटे नहीं इसमें जरा भी
किसी को ना हैरानी हो।।
Mohan Jaipuri
Written by
Mohan Jaipuri  60/M/India
(60/M/India)   
83
 
Please log in to view and add comments on poems