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Jan 6
जो बताया जा रहा हमे वो सच बात नही है,
दिखने मे प्यारा है पर उनमे वो जज़्बात नही है,
साब ये शहर भी वही है ये लोग भी वही है,
बस वक़्त बदल गया है और अब वो मेरे साथ नही है,

झूठे है लोग यहाँ झूठे मेरे ख्वाब नही है,
लफ्ज़ वही है पर इन लफ़्ज़ों मे वो अल्फ़ाज़ नही है,
अश्क़ तो आज भी आता जब ज़िक्र उनका होता
जो समझ जाए बिन बताये सबकुछ अब उनमे वो बात नही है,

उनके दिखाये सपने झूठे थे साहब झूठी रात नही है
बेबस तो नही हु बस अब वो खुशी वाली बात नही है,
अब तो बस इंतेज़ार है उस पल का जब कोई आकर बोले,
मुस्कुरा तो रहा सोते हुए भी बस साँसे अब इसके साथ नही है,
अब इसके साथ नही है.........
*Never intend to hurt someone through my pen.....I just pray for your happiness and desirable lifepartner...

Special sorry for ruining your too much time and hopes... Sorry for all the things which I have done for hurting you....

Sorry for everything...

Sorry Ji.. 🙏
God bless you with great success and eternal happiness....
Shrivastva MK
Written by
Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
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