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Jul 2020
कैसे छटपटाया है वो
उसने कोई दलील ना छोड़ी
कोई अदालत नहीं छोड़ी
कड़ियां तक भी तोड़ी
फिर भी जिंदगी हार गया
जब वो हारा कोई रो ना पाया
इसी तरह छटपटाई होगी वो
उसने भी बहुत मिन्नत की होगी
उसने सबको फरियाद की होगी
हिम्मत भी नहीं छोड़ी होगी
फिर भी जिंदगी हार गई
जब वो हारी तब सब रोयें
उसको भुला नहीं पाए।
     -अनु सिगंला
Written by
anu
  406
   --- and Imran Islam
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