सर्दी, गर्मी या फिर हो वर्षा सब मौसम में एक समान स्वादिष्ट लगती हैं पूरियां
सर्दी में खीर,हलवा संग ले लो चार पूरियां सर्दी से बन जाएगी आपकी दूरियां सब मौसम में एक समान स्वादिष्ट लगती हैं पूरियां
वर्षा ऋतु में महकने लगता है मिट्टी का कण-कण देख कर गिरती बूंदे कानों में बजने लगता संगीत छन- छन रसोई में आकर तल लेते हैं सनन-सनन चार पूरियां अचार या भाजी संग लगती लजीज पूरियां हर मौसम में एक समान स्वादिष्ट लगती हैं पूरियां
गर्मी की ऋतु आई खाने की इच्छा पर भी बन आई ऐसे में यदि कोई तल दे चार पूरियां परोस दे धनिया और पुदीना की चटनी संग पूरियां ऊपर से पिला दे दो गिलास रायता आने लगती है नींद की हिलोरियां हर मौसम में एक समान स्वादिष्ट लगती हैं पूरियां
बांग्ला या गुज्जू उत्तर या दक्षिण सुदूर सबकी नजर में बराबर इसका वजूद सबको एक जैसी अजीज हैं पूरियां हर मौसम में एक समान स्वादिष्ट लगती हैं पूरियां
Today is "Akshya Tritiya" which means immortal day. We cook some good food on this day. I have taken "Poori /Puri " for my writing showing my love for poori