Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Jul 2019
दिल से दिल का यह रिश्ता हमारा
तुम हो मेरी और मैं हूँ तुम्हारा
मौसम है यह कितना सुहाना
मुझको दिल का है राज़ बताना
मैंने तुमसे प्यार किया है
तुमको अपना दिल यह दिया है
तेरी चाहत में हूँ दीवाना
तेरे संग जीवन है बिताना
दिल से दिल का यह रिश्ता हमारा
तुम हो मेरी और मैं हूँ तुम्हारा

तेरी यादें दिल को जलाये
रातो को मुझे नींद ना आये
दिल चाहता है करना बाते
जब आती है तेरी यादें
तेरे बिन तो मैं हूँ अधूरा
तुम मिल जाओ तो मैं हूँ पूरा
तेरे संग यह ज़िंदगी गुज़ारु
तुझको आपने दिल में छुपा लू
तुझको दिल के मैं राज़ बताऊ
तुझसे किया हर वादा निभाऊ
तुझसे मेरा यह रिश्ता है गहरा
हर पल दिखता है चेहरा तेरा
ज़िंदगी में है अब हर पल अँधेरा
तुम आजाओ तो होगा सवेरा
दिल से दिल का यह रिश्ता हमारा
तुम हो मेरी और मैं हूँ तुम्हारा
Dhaneshwar
Dhaneshwar Dutt
Written by
Dhaneshwar Dutt  25/M/India
(25/M/India)   
278
 
Please log in to view and add comments on poems