भाई - बहन की साझा जंग प्रजातंत्र के महाभारत में अद्भुत युवा जोश दोनों का दिख रहा है इस रण में भाई करे है व्यूह रचना बहन करे साकार मंच पर किसान मजदूर छोटे व्यापारी और रोजगार के मुद्दे पर जन शक्ति अपार संचित हुई एक " न्याय " के नारे पर देख विपक्षी चकित हैं उलूल- जूलूल बकित हैं भाई - बहन की जोड़ी बनी भूचाल कुतर्कों की अब क्या मजाल सिंहासन तो अब डोल गया है अब" शब्दों "की तो बचाओ लाज।