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Apr 2019
उलझनों से सुलझने के बाद हमने जाना कितने उलझे थे हम,
जब हमने सोचा ज़िन्दगी की सारी उलझने सुलझ गई हैं..
तुम न जाने कहां से आए
और उलझनों को सुलझाने के बजाए तुम में ही उलझ गए हम।
ABHIVYAKTI
Written by
ABHIVYAKTI  22/F/India
(22/F/India)   
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