तू नारी है तू शक्ति है तू दुर्गा है तू काली है तू संहार करने वाली है तू सबला है तू ताकत है तू चिंगारी है तू रक्षक है
भूल ना तू कभी इस देश की है पहचान तू भारत माता है तू तिरंगे की जान है तू।
सीता का अभिमान है तू द्रौपदी की ज़िद्द है तू रानी पद्मिनी का मान है तू रज़िया सुल्तान की शान है तू वीर जिजाऊ है तू जिसने शिवाजी को जन्मा था रानी लक्ष्मबाई का प्रकोप है तू जिसने अंग्रेजों को झकझोरा था सरोजनी नायडू की ताकत है तू जिसने आज़ादी का दम भरा था इंद्रा की लोह पहचान है तू जिसने पाकिस्तान को तोड़ा था।
हर जगह है छाई है तू बस तेरी ताकत को पहचान तू।
दुखी ना कभी बैठी रहना तू अन्याय ना कभी सेहना तू इन वीरों की वंशज है तू अपनी लड़ाई की हुंकार कर देना नारी सिर्फ अबला नहीं तू शक्ति है, चिंगारी है तू दीप वही तू जो जग रोशन करे आग वही तू जो जग सुलगाए जब जैसी हो जरूरत वैसे ही जल उठना तू।