Hello: Poetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2024 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Armin Dutia Motashaw
Poems
Nov 2018
क्यों
लोग कहते हैं, जीवन है एक बहुमूल्य वरदान ।
तूने, हर मानव को दिया है, यह दान।
पर पुछु तुझे, यह कैसा वरदान ?
मै तो जी रही हूं यहां, बनके बेजान ।
जीवन की वज़ह न जानूं, क्यों कहते है लोग इसे महान?
न इसमें कोई अपनापन है; ना ही, स्वाभिमान ।
फिर भी लोग कहते हैं, जीवन है एक बहुमूल्य वरदान ।
क्यों ?
Armin Dutia Motashaw
Written by
Armin Dutia Motashaw
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
101
Alexander T
Please
log in
to view and add comments on poems