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Jun 2018
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यूँ खो ना जाना तू कहीं,
ख़्वाहिश-ए-हज़ूम में।

जो मिला है, सो तेरे पास है,
ना वो खो देना ज़नून में।।

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भरोसा-ए-ज़िन्दग़ानी कुछ नही,
इस लिये बस होशला रख जो़श में।

ना अब  देर कर, उठ चल संभल जरा,  
सौंप दे खुदी को, उस प्रभु के हज़ूर में।।

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© deovrat 21-06-2018
Deovrat Sharma
Written by
Deovrat Sharma  58/M/Noida, INDIA
(58/M/Noida, INDIA)   
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     Surbhi Dadhich and Deovrat Sharma
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