Hello < Poetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2025 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Shrivastva MK
Poems
Feb 2018
जब मैं ही ना रहूं....
जब मेरी रूह इस शरीर से चली जायेगी,
सच मे उस दिन मुझे सुकून का नींद आएगी,
ना कोई गम ना किसी खुशी का इन्तेज़ार होगा,
आंखों में आंसू होंगे सबके,शरीर जलकर राख होगा,
मेरी खामोशी से कई लोग रूठ जाएंगे,
कई नाराज़ होंगे तो कई लोग टूट जाएंगे,
ज़िन्दगी का पहिया उस दिन से रुक जाएगा,
सफ़र ये सपनों का उस दिन से पूरा थम जाएगा,
Written by
Shrivastva MK
23/M/INDIA
(23/M/INDIA)
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
182
Amit Narayan Satpathy
Please
log in
to view and add comments on poems