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Feb 2018
जब मेरी रूह इस शरीर से चली जायेगी,
सच मे उस दिन मुझे सुकून का नींद आएगी,

ना कोई गम ना किसी खुशी का इन्तेज़ार होगा,
आंखों में आंसू होंगे सबके,शरीर जलकर राख होगा,

मेरी खामोशी से कई लोग रूठ जाएंगे,
कई नाराज़ होंगे तो कई लोग टूट जाएंगे,

ज़िन्दगी का पहिया उस दिन से रुक जाएगा,
सफ़र ये सपनों का उस दिन से पूरा थम जाएगा,
Shrivastva MK
Written by
Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
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