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Nov 2017
इन आँखों मे तलाश सिर्फ उनका है,
इस दिल मे ख्वाब सिर्फ उनका है,
चाहत उनसे रूबरू होने की ले के
एक मुलाक़ात का आस सिर्फ उनका है

इन अश्क़ों में जज़्बात सिर्फ उनका है,
इन मधुर होठों पर राग सिर्फ उनका है,
ख्वाईश है उनकी याद में गुनगुनाने की
सीने में प्यार का सौगात सिर्फ उनका है,

इन लबों पर फरियाद सिर्फ उनका है,
इस जिस्म में जान सिर्फ उनका है,
जीते तो हम भी है उनके बिना पर
इन साँसों पर नाम सिर्फ उनका है..

© मनीष श्रीवास्तव.......✍
Shrivastva MK
Written by
Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
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   Jayantee Khare
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