Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Nov 2017
अगर मेरी किस्मत फूटी ना होती,
तो शायद वो पल भी हमसे रूठी ना होती,
हमसफ़र बन ज़िन्दगी भर साथ निभाते,
यदि वो सारे वादें झूठी ना होती।

अगर इन आँखों में आंसू देने वाली वो बातें याद ना होता,
तो ख़ुदा कसम ये दिल भी किसी दर्द के मोहताज़ ना होता,
मुस्कुरा तुम्हे अपना लेते हम यदि,
उस पल तेरी बेवफ़ाई का आगाज़ ना होता,
Shrivastva MK
Written by
Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
184
   Gourav R Dwivedi
Please log in to view and add comments on poems