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Nov 2019
ए मेरे मौला तू सुन ले मेरी,

तुझे वास्ता है बेटी का तेरी;

जुदा न करना कभी सच्ची मोहब्बत को,

मोहब्बत ही नहीं किसी की ज़िन्दगी है वो;

जहाँ सच्ची मोहब्बत होती है वह होता है आखिरी सांस तक इंतज़ार,

किसी को इतना भी न कर तू बेकरार मिला दे उन्हें हर बार;

सच्ची मोहब्बत का मिलना है तक़दीर,

बहुत कम लोगों के हाथों में होती ऐसी लकीर;

ऊपर से इम्तेहां भी इतने तगड़े,

प्यारे दिलों के न कर तू चीथड़े;

सच्ची मोहब्बत का जहाज़ कभी डूबने न देना,

पूरी करना हर कहानी चाहे तू लिखने के वास्ते लहू मेरा ले लेना…..
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